रायपुर 22 मार्च 2021। राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूलों को बंद करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन शिक्षकों को पहले की तरह ही स्कूल आना होगा, स्कूलों में सिर्फ बच्चों के आने पर रोक लगायी गयी है, शिक्षकों को हर दिन की तरह ही स्कूल में हाजिरी देनी होगी, स्कूल बंद होने के बाद शिक्षकों की भूमिका तय करने के लिए शिक्षा विभाग की एक बैठक रखी गई। बैठक में स्कूल बंद होने के बाद बच्चों की पढ़ाई को सुचारू रूप से संचालित करने को लेकर दिशा-निर्देश तय किये गए हैं। वहीं 10वीं-12वीं छात्रों की परीक्षा को लेकर गाइडलाइन तय की गई है।
वहीं शिक्षकों को लेकर किसी भी तरह का जिक्र सरकार ने नहीं किया था, जिसकी वजह से शिक्षकों की उपस्थिति को लेकर द्विविधा की स्थिति बनी हुई थी, लेकिन अब शिक्षा विभाग की तरफ से जो जानकारी सामने आ रही है, उसमें बताया गया है कि शिक्षकों को स्कूल पहले की तरह ही आना होगा, और बच्चों को आनलाइन पढ़ाई कराना होगा। शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला की मौजूदगी में DPI जितेंद्र शुक्ला सहित शिक्षा के प्रमुख अधिकारी बैठक में मौजूद रहे, जिसमें कोरोना काल में शिक्षकों की भूमिका और ऑनलाइन पढ़ाई के तरीकों को लेकर चर्चा की गई।
हालांकि 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा पूर्व नियोजित प्रोग्राम के तहत ही आयोजित की जायेगी। कोरोना संकट के बीच आफलाइन तरीके से संचालित होने वाली 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा को लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल ने दिशा निर्देश जारी किये हैं। 10वीं बोर्ड परीक्षा 15 अप्रैल और 12वीं बोर्ड परीक्षा 3 मई से होगी। कोरोना को लेकर परीक्षा में अत्यंत सावधानी बरतनी जरूरी है।
माशिमं ने कहा है कि कोरोना संक्रमित परीक्षार्थी को भी परीक्षा देने की इजाजत होगी। माशिमं ने कहा कि किसी परीक्षार्थी के कोरोना पॉजेटिव होने की जानकारी केंद्राधीक्षक या प्राचार्य को होती है तो माशिमं को इसकी सूचना देनी होगी। हालांकि कोरोना संक्रमित परीक्षार्थी को समान्य परीक्षार्थियों के साथ प्रवेश नहीं दिया जायेगा। कोरोना पॉजेटिव परीक्षार्थी को अलग से बैठने की व्यवस्था की जायेगी। उन्हें परीक्षा केंद्र में अलग से प्रवेश दिया जायेगा। जिस कक्षा में कोरोना पॉजेटिव परीक्षार्थी को बैठाया जायेगा, उसमें पर्यवेक्षक को अलग से नियुक्त किया जायेगा।
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